Physics in Hindi : क्या आप जानते है भौतिक विज्ञान Physics in Hindi क्या है और हमारे जीवन में इसकी अभ्यास के अलावा क्या उपयोगिता है?
Physics in Hindi
Physics जिसे हम हिंदी में भौतिक विज्ञान के नाम से जानते है| यह भौतिक विज्ञान हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण एवम उपयोगी है साथ ही दिन प्रतिदिन विज्ञान जैसे विकसित हो रहा है वेसे भौतिक विज्ञान के बारे में जानना भी काफी आवश्यक है| इसी को ध्यान में रखते हुए यहाँ हमने आपसे भौतिक विज्ञान के बारे में जानकारी देता हुआ यह लेख “Physics in Hindi” दिया है|
यहाँ दिया गया भौतिक विज्ञान पर लेख आपको “Physics” के बारे में रोचक जानकारी देने के साथ अगर आप साइंस के विद्यार्थी है तो आपको अभ्यास में भी काफी महत्वपूर्ण होगा| इस लेख के माध्यम से आपको फिजिक्स विषय समबन्धित कुछ रोचक जानकारी भी मिलेगी| आइये सबसे पहले जानते है की भौतिक विज्ञान क्या है?
What is Physics in Hindi?
वैसे तो भौतिक विज्ञान(Physics) की कोई निश्चित परिभाषा नहीं है| लेकिन “भौतिक विज्ञान जो की विज्ञान की एक शाखा है जिसमे पदार्थ के भौतिक गुणों पर अध्ययन होता है| पदार्थ के भौतिक गुण यानी उसका द्रव्य, आकार, उर्जा इत्यादि|पदार्थ तथा ऊर्जा और उसके बीच की परस्पर प्रक्रिया को समझना भौतिक विज्ञान कहलाता है।”
पहले के समय में ऐसा माना जाता था की द्रव्य और ऊर्जा के बिच कोई सम्बन्ध नहीं है लेकिन आइन्स्टाइन के सिद्ध करने के बाद यह स्वीकार गया की द्रव्य और ऊर्जा के बीच गहरा सम्बन्ध है और उसे एक दुसरे में परिवर्तित किया जा सकता है|
सरल शब्दों में कहे तो भौतिक विज्ञान, विज्ञान की ऐसी शाखा है जिसमे अंतरिक्ष, समय, प्रकाश, तरंग, पदार्थ और ऊर्जा, यान्त्रिकी, ऊष्मा, ध्वनी, बिजली, चुम्बकत्व इत्यादि पर अध्ययन होता है|
Important Topic of Physics in Hindi
ऊपर हमने आपसे फिजिक्स यानी भौतिक विज्ञान क्या है वह समजाया है| जिसमे उसकी व्याख्या(Defiiation) को भी समजाया है| अब हम Physics में किन किन विषयो पर अध्ययन होता है उस ओअर थोड़ी जानकारी प्राप्त करते है| Physics में निचे दिए गए विषयो पर अध्ययन होता है|
- मापन (Measurement)
- गति (Motion) और गति के नियम (Laws of Motion)
- बल के नियम (Laws of Force)
- गुरुत्वाकर्षण (Gravitation)
- ऊष्मा (Heat)
- ध्वनि और तरंग गति (Sound and Wave Motion)
- प्रकाश (Light)
- विद्युत (Electricity)
- इलेक्ट्रॉनिकी (Electronics)
- ऊर्जा के श्रोत (Source of Energy)
- खगोल शास्त्र (Astronomy)
- नाभिकीय भौतिकी (Nuclear Physics)
मापन (Measurement)
किसी भी राशि की इसके मात्रक से तुलना को मापन कहा जाता है| भौतिक विज्ञान में “लंबाई, द्रव्यमान, ताप, विद्युत धारा, दाब, बल” इत्यादि को भौतिक राशी कहा जाता है| अर्थात जिस भी राशी का इसके मात्रक से तुलना कर मापन किया जा सकता है उसे भौतिक राशि कहा जाता है| [मापन और भौतिक राशि के बारे में अधिक पढ़े]
गति (Motion) और गति के नियम (Laws of Motion)
गति समय के सापेक्ष में होती है, अर्थात जब भी कोई वस्तु समय के सापेक्ष में अपने स्थान में परिवर्तन करती है तब वह वस्तु गति (Motion) है ऐसा कहा जाता है| जब भी कोई व्यक्ति या वस्तु अपने चारों ओर स्थित वस्तुओं या व्यक्तिओ के सापेक्ष में अपना स्थान बदलती है तो वह वस्तु या व्यक्ति गति में ऐसा माना जाता है। उदहारण के रूप में देखे तो पृथ्वी सूर्य के आसपास घुमती है, नाव नदी में चलती है, हवाई जहाज आकाश में उड़ता है इत्यादि| वह कई प्रकार की होती है.. [गति (Motion) क बारे में अधिक पढ़े]
गति के नियम (Laws of Motion) कई वैज्ञानिकों के द्वारा दिए गए है जैसे की, न्यूटन के गति के नियम (Newton’s laws of motion), यूलर के नियम (Euler’s laws), कॉची के गति के समीकरण (Cauchy’s equations of motion), केप्लर की ग्रहीय गति के नियम (Kepler’s laws of planetary motion) इत्यादि [गति के नियम (Laws of Motion) के बारे में अधिक पढ़े]
बल के नियम (Laws of Force)
बल को समजने के लिए न्युटन के गति के नियम को समजना आवश्यक है| अगर आप न्यूटन के गति के नियन के बारे में नहीं जानते तो यहाँ क्लीक करे| बल एक सदिश राशि है| अभी वर्तमान में चार प्रकार के मूल बल को माना जाता है जो की इस प्रकार के है|
- गुरुत्वाकर्षण बल
- विद्युत चुम्बकीय बल
- प्रबल नाभकीय बल
- दुर्बल नाभकीय बल
[अगर आप बल और उसके नियम के बारे में अधिक पढना चाहते है तो यहाँ क्लीक करे|]
ऊष्मा – Heat
ऊष्मा भी फिजिक्स का एक महत्वपूर्ण विषय है जिसका मात्रक जुल हैऔर इसे कैलोरी में भी व्यक्त करते है| कोई भी पदार्थ ठंडा या गरम होना उसकी उष्मा उर्जा पर आधारित होता है| ऊष्मीय अन्तर्क्रियाओं (thermal interactions) के माध्यम से ऊष्मा एक वस्तु में से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित होती है|
तापमान और उष्मा के बीचा अंतर है| किसी भी वस्तू के तापमान को उसकी ऊष्मा नहीं माना जाता| अगर आप ऊष्मा के बारे में अधिक जानना चाहते है तो यहाँ क्लीक करे|
ध्वनि और तरंग गति
तरंग जो की पदार्थ के कम्पन या विक्षोभ के कारण उत्पन्न होती है, ठोस, द्रव्य, या किसी गैस जेसे माध्यम से संचारित होती है और मनुष्य के कान को सुनाई देती है उसे ध्वनी कहा जाता है|…[अधिक पढ़े]
तरंग का सामान्य अर्थ होता है “लहर” | तरंग के माध्यम से कम्पन या दोलन को व्यक्त कर सकते है| भौतिकी विज्ञान में कई प्रकार के तरंग होते है जैसे की यांत्रिक, विद्युतचुम्बकीय, ऊष्मीय| यांत्रिकी तरंग को प्रसरण के लिए माध्यम आवश्यक है|…[अधिक पढ़े]
प्रकाश – Light
प्रकाश अपने मूल कण “फोटोन” से बना होता है| प्रकाश एक प्रकाश एक विद्युतचुम्बकीय विकिरण है| किसी भी प्रकाश का रंग उसकी तरंग तरंग्दैर्घ्य से निर्धारित होता है| प्रकाश एक भौतिकी का एक महत्वपूर्ण विषय है जिसे अधिक पढ़ने के लिए यहाँ क्लीक करे|
विद्युत – Electricity
विद्युत जिस को न तो छू सकते है या न तो देख सकते है लेकिन इसे विभिन्न माध्यम के द्वारा अनुभव किया जा सकता है| विद्युत हमारे जीवन में काफी उपयोगी है| आधुनिक समय में लगभग सभी गैजेट और टूल जो की हमें आराम और सरलता प्रदान करता है वह विद्युत पर ही आभारी होता है| विद्युत के माध्यम से चुम्बकीय क्षेत्र पैदा किया जा सकता है|
समग्र विद्युत का आधार इलेक्ट्रान और उसकी गति पर आधारित है|…[विद्युत के बारे में अधिक पढ़े]
इलेक्ट्रॉनिकी – Electronics
इलेक्ट्रॉनिकी(Electronics) मुख्यत्वे “इलेक्ट्रान के प्रवाह” और उनपर आधारित वस्तुओ का अध्ययन करती शाखा है|
प्रतिरोध, इन्डक्टर, ट्रान्जिस्टर, इलेक्ट्रॉन ट्यूब, संधारित्र, डायोड, एकीकृत परिपथ (IC) इत्यादि का इस्तमाल करके उपयुक्त विद्युत परिपथ का निर्माण करना, इसमें तरह-तरह की युक्तियों का अध्ययन करना और उनमें सुधार करना इलेक्ट्रॉनिकी(Electronics) का मुख्य कार्य है|…[इलेक्ट्रॉनिकी(Electronics) के बारे में अधिक पढ़े]
खगोल शास्त्र – Astronomy
पृथ्वी और उसके वातावरण के बहार होने वाली घटनाओं का अवलोकन और विश्लेषण करने वाली भौतिकी शाखा को खगोल शास्त्र कहा जाता है|
खगोल शास्त्र में विभिन्न ग्रहों, उपग्रहों, ताराओ, आकाशगंगा, नक्षत्रो इत्यादि का अध्ययन करके यह पता लगाया जाता है की उन पर वातावरण, मानव अस्तित्व इत्यादि की संभावना क्या है| साथ ही विभिन्न खगोलीय घटनाओं जैसे की बिगबेंग थ्योरी, ताराओ का समय चक्र, ब्लैकहोल थ्योरी इत्यादि का भी अध्ययन किया जाता है| भौतिकी में खगोल शास्त्र – Astronomy एक महत्वपूर्ण और बड़ा विषय है|…[खगोल शास्त्र – Astronomy के बारे में अधिक पढ़ने के लिए यहाँ क्लीक करे]
नाभिकीय भौतिकी – Nuclear Physics
नाभिकीय भौतिकी(Nuclear Physics) में परमाणु के नाभि(केंद्र) और उसके घटको का अध्ययन किया जाता है| नाभिकीय भौतिकी और परमाणु भौतिकी में अंतर है, परमाणु भौतिकी ने नाभिकीय भौतिकी से अलग केंद्र के बहार के इलेक्ट्रान और उनकी संरचना का अध्ययन करना होता है|
- परमाणु भौतिकी के बारे में अधिक पढने के लिए यहाँ क्लीक करे|
- नाभिकीय भौतिकी के बारे में अधिक पढने के लिए यहाँ क्लीक करे|
Types Of Physics in Hindi
भौतिक विज्ञान(Physics) को मुख्य तिन रूप में विभाजित किया जा सकता है| जैसे की
- अनुप्रयुक्त भौतिकी
- प्रायोगिक भौतिकी
- सैद्धान्तिक भौतिकी
अनुप्रयुक्त भौतिकी जिसे Applied Physics के रूप में जाना जाता है| इसमे तकनीकी और व्यावहारिक अनुप्रयोगों सम्बंधित अध्ययन और कार्य होता है|
प्रायोगिक भौतिकी जिसे Experimental Physics के नाम से जाना जाता है| भौतिक विज्ञान की इस शाखा में विभिन्न प्रयोग किये जाते है जो की नियंत्रित परिस्थिति में भी हो सकते है जिसे नियंत्रित प्रयोग कहा जाता है और दूसरा प्रकृतिक प्रयोग भी होता है| खगोलशास्त्र में होने वाले प्रयोग “प्रकृतिक प्रयोग” के उदहारण है|
सैद्धान्तिक भौतिकी उसे कहते हैं जिसमें किसी प्राकृतिक घटना को तर्कसंगत करने, या समझाने के लिए भौतिक वस्तुओं, निकायों के सारग्रहण और गणितीय मॉडल को उपयोग में लिया जाता है।
FAQs – Physics in Hindi
फिजिक्स के जनक (Father of physics in Hindi) गैलिलिओ (Galileo Galilei) को माना जाता है। इनके अलावा physics में न्यूटन और अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे महान भौतिक शास्त्री का योगदान भी महत्वपूर्ण है|