Measurement in Hindi: मापन भौतिक विज्ञान का महत्वपूर्ण टॉपिक है| यहाँ हमने आपसे Measurement in Hindi के विषय में सभी जानकारी दी है|
Measurement in Hindi
भौतिक विज्ञान जो की विज्ञान की एक शाखा है जिसमे कई टॉपिक पर अध्ययन किया जाता है| मापन(Measurement) भी उसी में से एक है| यहाँ हमने आपसे Measurement के सन्दर्भ में सभी महत्वपूर्ण जानकारी आपसे शेयर की है| यहाँ आपको मापन की परिभाषा(Definition of Measurement in Hindi), मापन का इतिहास, मापन की विविध पद्धतियों और मापन की इकाइयाँ के बारे में विस्तृत में जानकारी प्राप्त होगी|
What is Measurement in Hindi?
जब भी कोई भौतिक राशि के परिमाण को संख्या में दर्शाया जाता है उसे मापन कहा जाता है| यह एक सापेक्ष और तुलनात्मक प्रक्रिया है| मापन के लिए किसी भी भौतिक राशि को अन्य मात्रा जो कि पूर्वनिर्धारित होती है उससे तुलना की जाती है| इस पूर्वनिर्धारित तुलनात्मक मात्रा को “मात्रक” कहा जाता है|
अब इसे एक उदाहरण के माध्यम से समजते है ताकि मापन(Measurement), मात्रक आदि के कांसेप्ट को क्लियर किया जा सके,
एक बिल्डिंग है जिसकी ऊंचाई 20 मीटर है| यहाँ बिल्डिंग की उंचाई को मीटर के सापेक्ष में दर्शाया गया है अर्थात तुलना के लिए मीटर का उपयोग किया गया है जो की मात्रक बनता है| यहाँ बात ऊंचाई की थी इसी लिए मीटर को मात्रक के रूप में लिया गया था| उसी तरह समय के लिए तुलनात्मक मात्रक “सेकंड” और द्रव्य के लिए “किलोग्राम” का उपयोग होता है|
मापन का इतिहास
प्राचीन समय से ही मापन के लिए विविध पद्धतियों का इस्तमाल किया जाता रहा है| इजिप्त, मेसोपोटेमिया, और सिन्धु सभ्यता में भी इसके निश्चित रूप में उपयोग के प्रमाण मिलते है|
पहले के समय में लम्बाई के मापन के लिए हाथ और उंगलियो को आदर्श माप(मात्रक) के रूप में लिया जाता था| वजन के लिए आज भी उपयोग में लिया जानेवाला कैरट माप “Carob” के बिज से आया है जो की काफी लम्बे समय से उपयोग में लिया जाता है|
भारत में लम्बाई के किये पहले धनुष, कोष और योजन जैसे कई मात्रक थे| उसी तरह द्रव्य के मापन के लिए चावल, रति, पाव, शेर इत्यादि का उपयोग किया जाता था|
मापन की विविध पद्धतिया
मापन के लिए दो मुख्य पद्धतिया थी ब्रिटिश पद्धति और फ्रेंच पद्धति| ब्रिटिश पद्धति उन देशो में काफी प्रचलित थी जो की ब्रिटिश शाशन के अंतर्गत थे| जब की फ्रेंच पद्धति बहुत कम देशो के मध्य में प्रचलित थी|
ब्रिटिश मापन पद्धति
ब्रिटिश मापन पद्धति जिसे FPS सिस्टम के नाम से जाना जाता था| इसमे लम्बाई के यूनिट के रूप में फीट, द्रव्यमान के लिए Pound और समय के लिए सेकंड का उपयोग होता था| ब्रिटिश इंजीनियर, वैज्ञानिक, ऋतु-विज्ञान-विशेषज्ञ इत्यादि इसी पद्धति का उपयोग करते थे| बाद इस सिस्टम का स्थान Metric System ने ले लिया था|
फ्रेंच मापन पद्धति
फ्रेंच मापन पद्धति जिसे “मीटरी पद्धति” से भी जाना जाता है| ‘सेंटीमीटर ग्राम सेकंड पद्धति’ (C.G.S. System) भी इसी का ही एक भाग है, जो की बाद में मीटरी पद्धति बना जिसमे लम्बाई के यूनिट के रूप में मीटर को लिया जाता था| मीटरी पद्धति में बदलाव करके MKS सिस्टम को बनाया गया था जिसमे लम्बाई के लिए मीटर, द्रव्यमान के लिए किलोग्राम और समय केलिए सेकंड का उपयोग होता था|
बाद में यह MKS सिस्टम में फिर से बदलाव हुआ और इससे अन्तरराष्ट्रीय इकाई प्रणाली (SI) का निर्माण हुआ जो की सर्वमान्य है|
मापन की इकाइयाँ
मापन की विविध पद्धति के अनुसार अलग अलग इकाई का उपयोग होता है| यहाँ हम आपसे अन्तरराष्ट्रीय इकाई प्रणाली (SI) के अनुरूप विविध भौतिक राशि के इकाई की जानकारी दी है|
भौतिक राशि | S.I मात्रक | संकेत |
लम्बाई | मीटर | M |
द्रव्यमान | किलोग्राम | KG |
समय | सेकंड | Sec |
कार्य एवं उर्जा | जूल | J |
चाल | मीटर/सेकंड | ms-1 |
कोणीय वेग | रेडियन/सेकंड | Rds-1 |
आवेग | न्यूटन-सेकंड | N.s |
बल | न्यूटन | N |
दाब | पास्कल | Pa |
शक्ति | वाट | W |
विद्युत् धारा | एम्पेयर | A |
विद्युत आवेग | कुलाम | C |
विद्युत् प्रतिरोध | ओम | Ω |
विद्युत् धारिता | फैरड | F |
विभवान्तर | वोल्ट | V |
विशिष्ट उष्मा | जूल/किलोग्राम/केल्विन | Kjg-1k-1 |
ज्योति तीव्रता | कैन्डेला | Cd |
कोण | रेडियन | Rad |
ठोस कोण | स्टेरेडियन | Sr |
ऊष्मा गतिक ताप | केल्विन | K |
क्षेत्रफल | वर्गमीटर | M2 |
आयतन | घनमीटर | M3 |
आवृत्ति | हर्ट्ज़ | Hz |
पृष्ठ तनाव | न्यूटन प्रति मीटर | Nm-1 |
ज्योति फ्लक्स | ल्युमेन | Im |
चुम्बकीय फ्लक्स | बेवर | Wb |
तरंग दैधर्य | एंडस्त्रम | λ |
प्रदीप्ति धनत्व | लक्स | IX |