Hindi Vyakaran: यहाँ पर हमने हिंदी व्याकरण की सभी जानकारी प्रदान की है| हिंदी भाषा के लिए Hindi Grammar काफी महत्वपूर्ण है| Hindi Grammar परीक्षाओं और स्पर्धात्मक परीक्षाओ के सन्दर्भ में काफी महत्वपूर्ण है|
हिन्दी व्याकरण क्या है ? – What is Hindi Grammar?
किसी भी भाषा की तरह हिंदी व्याकरण भी हिंदी भाषा को शुद्ध तरीके से लिखने एवम उसे बोलने के लिए व्यापक रूप से उपयोग में लिया जाने वाला शास्त्र है| हिंदी भाषा को व्यवस्थित रूप से लिखने एवम उसे बोलने के लिए हिंदी व्याकरण को आवश्यक रूप से सिखाना होता है|
हिंदी भाषा भारत की आधिकारिक 22 भाषा में से एक है जिसे लिखने के लिए देवनागरी लिपि का उपयोग होता है| हिंदी व्याकरण को चार वर्ग में विभाजित किया जाता है| जैसे की,
- वर्ण विचार
- शब्द विचार
- वाक्य विचार
- छंद विचार
वर्ण विचार: इसके अंतर्गत भाषा के वर्ण एवम ध्वनी का अध्ययन किया जाता है|
शब्द विचार: इसके अंतर्गत भाषा के शब्दों के विविध नियमो का अध्ययन किया जाता है|
वाक्य विचार: इसके अंतर्गत वाक्य सम्बंधित विविध नियमो के अध्ययन किये जाते है|
छंद विचार: इसके अंतर्गत भाषा में साहित्यिक रचनाओं का अध्ययन किया जाता है|
हिन्दी व्याकरण में किन विषयो पर अध्ययन किया जाता है?
सभी व्याकरण की तरह हिंदी में भी बहोत से विषय है जिन्हें ध्यान से सिखाना चाहिए| यहाँ पर हमने आपसे सभी महत्वपूर्ण विषयो की बारे में जानकारी दी है|हिंदी व्याकरण में ऐसे 30 से भी अधिक विषय है जिन्हें अधिक महत्व दिया जाता है| यह सभी विषयो की सूचि निचे दी हुई है|
वर्ण | क्रिया | उपसर्ग | तत्सम-तद्भव शब्द |
शब्द | क्रिया विशेषण | प्रत्यय | पर्यायवाची शब्द |
पद | बोधक | अव्यय | अनेक शब्दों के लिए एक शब्द |
वाक्य | निपात-अवधारक | संधि | एकार्थक शब्द |
विराम चिन्ह | वचन | छन्द | अनेकार्थक शब्द |
संज्ञा | लिंग | समास | मुहावरे और लोकोक्तियाँ |
सर्वनाम | कारक | अलंकार | रचनाये |
विशेषण | पुरुष | रस | शुद्ध अशुद्ध वाक्य और शब्द |
वर्ण : हिंदी व्याकरण
हिंदी भाषा के किसी भी एक अक्षर को वर्ण कहते है| हिंदी भाषा में ऐसे कुल 52 वर्ण है जिन्हें स्वर और व्यंजन के दो भागो में विभाजित किया जाता है| सभी वर्ण को साथ मिलाने पर हिंदी वर्णमाला बनती है| यह हिंदी भाषा का सबसे न्युनत्तम इकाई है| दरअसल यह एक ध्वनि होती है|….[वर्ण के बारे में अधिक पढ़े]
शब्द: Hindi Vyakaran
वर्ण को मिलाकर शब्द बनते है जिनका कोई अर्थ या मतलब निकालता है| शब्द विचार के अंतर्गत परिभाषा, भेद-उपभेद, संधि, विच्छेद, रूपांतरण, निर्माण इत्यादि नियमो पर अध्ययन होता है| [शब्द के बारे में अधिक पढ़े]
वाक्य: Hindi Grammar
दो या दो से अधिक पद या शब्दों को साथ मिलाकर वाक्य बनता है जिसका एक व्यवहारिक परिपूर्ण अर्थ भी निकालता हो| जैसे की “सूर्य पूर्व से उदित होता है|” यह एक वाक्य है जो की सार्थक है लेकिन अगर “सूर्य पूर्व से उदित” कोई कोई अर्थ नहीं है इस लिए यह वाक्य नहीं है|….[वाक्य के बारे में अधिक पढ़े]
विराम चिन्ह : हिंदी व्याकरण
विराम चिन्ह वाक्य के बिच या अंत में उपयोग में लिया जाता है जो की ठहराव या अंत को निर्देशित करता है| विराम चिन्ह की मदद से वाक्यों को योग्य रूप से विभिन्न भागो में विभाजित किया जाता है| ऐसा करने से वाक्य को एक सही अर्थ और स्पष्टीकरण करण देने में सरलता होती है|….[विराम चिह्न के बारे में अधिक पढ़े]
संज्ञा:Hindi Vyakaran
कोई भी भाव, व्यक्ति, क्रिया, समूह स्वाभाव के आधार पर परिचित होने वाले पद को संज्ञा कहा जाता है| संज्ञा ने मुख्य रूप से पांच प्रकार है यह सभी प्रकार के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ क्लिक करे|
सर्वनाम: Hindi Grammar
सर्वनाम सामान्य रूप से संज्ञा के स्थान पर प्रयोग में लिया जाता है| व्यक्ति वाचक संज्ञा के स्थान पर इसे अधिक उपयोग में लिया जाता है| पुरुष वाचक सर्वनाम के स्थान पर मैं , तू , वह , हम , वे , आप , उसे , उन्हें , ये , यह आदि उपयोग में लिए जाते है जिन्हें सर्वनाम कहा जाता है|[सर्वनाम पर अधिक पढ़े]
विशेषण: हिंदी व्याकरण
संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता को जिन के द्वारा बताया जाता है उन्हें विशेषण के रूप में जाना जाता है| जैसे की बड़ा, लंबा, भारी, काला, सुन्दर, दयालु, कायर, एक, दो इत्यादि।[विशेषण पर अधिक पढ़े]
क्रिया: Hindi Vyakaran
वाक्य या पद में जिन भी शब्द या शब्द के समूह द्वारा किसी भी कार्य के बारे में जानकारी मिलती है उसे क्रिया कहते है| जैसे की “मनन बोल रहा है|” वाक्य में “बोलना” क्रिया है|[क्रिया के बारे में अधिक पढ़े]
क्रियाविशेषण: Hindi Grammar
वाक्य में जिन पद या शब्दों के द्वारा क्रिया की विशेषता के बारे में पता चलता है उसे क्रिया विशेषण के रूप में जाना जाता है| जैसे की “मनन सुन्दर बोल रहा है|” में बोलना एक क्रिया है लेकिन “सुन्दर” क्रिया को विशेषता प्रदान करता है इस लिए इसे हिंदी व्याकरण में क्रिया विशेषण के रूप में जाना जाता है|[क्रियाविशेषण के बारे में अधिक पढ़े]
निपात: हिंदी व्याकरण
kइसी भी वाक्य में किसी बात पर जोर देने के लिए जिन शब्द का उपयोग किया जाता है उन्हें निपाटी कहा जाता है| जैसे की “आज ही में निकल जाऊँगा” में “ही” पर अधिक जोर दिया जाता है इस लिए उसे निपात कहा जाता है|….[निपात के बारे में अधिक पढ़े]
वचन – Hindi Vyakaran
व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया आदि की संख्या की जानकारी के लिए वचन होता है| सामान्य रूप से भाषा में दो तरह के वचन होते है “एक वचन” और “बहु वचन” लेकिन संस्कृत एक भाषा ऐसी है जिसमे तिन तरह के वचन उपयोग में लिए जाते है| संस्कृत में “द्विवचन” भी होता है|….[वचन के बारे में अधिक पढ़े]
लिंग – Hindi Grammar
व्याकरण में जिस भी संज्ञा शब्द के द्वारा व्यक्ति की जाती का परिचय होता है उसे लिंग कहा जाता है| लिंग के द्वारा यह पता चलता है की यह व्यक्ति स्त्री है या पुरुष| हिंदी व्याकरण में इसे स्त्रीलिंग और पुल्लिंग के नाम से भी जाना जाता है| जब की संस्कृत और गुजराती व्याकरण में तीसरा भी लिंग होता है जिसे नपुसकलिंग के रूप में भी जाना जाता है|….[लिंग के बारे में अधिक पढ़े]